दादा देने वाले हैं, हम लेने वाले हैं
आज खाली हाथ नही जाना, जिसे चाहिये वो हाथ उठाना
दादा देने वाले हैं, हम लेने वाले हैं
आज खाली हाथ नही जाना, जिसे चाहिये वो हाथ उठाना
दादा तुमसे मिलने का, सत्संग ही बहाना है
दुनियाँ वाले क्या जाने, मेरा रिश्ता पुराना है
खुल जायेगा किस्मत का ताला, दरबार दादा के चले आना।
हो जायेगा तकदीर वाला, दरबार गुरु के चले आना।।
तेरे दर्श को जी ललचाए, देखूं तो झूमे गाये
हमें गुरु मिल गये…….
मेरा आपकी दया से, हर काम हो रहा है।
करते हो तुम गुरुवर, मेरा नाम हो रहा है।
आसरा एक तेरा, एक तेरा सहारा
सुनले फरियाद मेरी, मैंने तुमको पुकारा।
रात गुरु सपने में आये
अखियाँ खुल गयी खुल गयी अखियाँ अरे रे रे रे .......
जब तक सांसे चलती है, गुरुवर की महिमा गाऊँ।
सपने में गुरु को देखूँ, जागूं तो दर्शन पाऊँ।
अगर गुरु मिल जाये, हृदय को खोल देंगे हम,
पाप जितने किये गुरुवर के, सम्मुख बोले देंगे हम ।।ध्रुव।।