मुमुक्षु बनवुं मारे, प्रभु पंथे चालवा
हो जी रे.. मुमुक्षु बनवुं मारे, प्रभु पंथे चालवा
हो.. प्रभु पंथे चालवा, गुरु आणा माणवा
मुमुक्षु बनवुं…
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Tagged 'diksha stavan'
30 अक्तूबर, 2023
30 अक्तूबर, 2023
जिनशासनमां जन्म धरी,
सार्थक कीधो अवतार,
हो जो जय जयकार
दिव्यात्मा तव हो जो जय जयकार
30 अक्तूबर, 2023
बनवा अणगार करवा भव पार
बनवा अणगार करवा भव पार
तोड्यो जेणे संसार नो बंधन
वैरागी ने वंदन
28 अक्तूबर, 2023
हुं जागतो ने मांगतो, दीक्षा प्रभु मने आपजो,
खोटा पथे दोड्यो घणो, संयम पंथे मने स्थापजो,
करुं प्रभु हुं विनंती, संसार बंधन कापजो,
मांगु प्रभु दीक्षा हवे, मने हाथ जाली चलावजो…
28 अक्तूबर, 2023
गुरु चरणमां मस्तक मारूं,
गुरु समर्पण जीवन मार,
गुरु शरण आतम आधार,
संयम पंथे विहार, संयम पंथे विहार…
27 अक्तूबर, 2023
धन – धन ते मुनिवरा रे, जे जिनआणा पाळे,
राग – द्वेषने दूर करीने, आतम शुद्धि साधे…
धन – धन मुनिवरा… धन – धन मुनिवरा…
देहनी सुखशीलताना योगे, भटक्यो भव अनंता