(स्वतंत्र चाल) 

 

मेरा आपकी दया से, हर काम हो रहा है। 

करते हो तुम गुरुवर, मेरा नाम हो रहा है। 

 

मेरी जिंदगी में तुम हो, मेरे पास क्या कमी है। 

मुझे और अब किसी की दरकार भी नहीं है। 

होता रहे हमेशा - २, जो कुछ भी हो रहा है 

मेरी आपकी …।।१।। 

 

करता नहीं मैं फिर भी, हर काम हो रहा है। 

दादा तेरी बदौलत, आराम हो रहा है। 

ये भी पता नहीं है - २, ये क्या हो रहा है। 

मेरी आपकी ...||२|| 

 

पतवार के बिना ही, मेरी नाव चल रही है। 

दादा बिना मांगे ही, हर चीज मिल रही है। 

मरजी है तेरी दादा -२, अच्छा ही हो रहा है 

मेरी आपकी ...||३||