RSS

Tagged 'diksha sanyam stavan'

रागी मटी त्यागी पंथे जाय…(दीक्षा स्तवन हिंदी & गुजराती)

वंदन तारा चरणमां तुं,
रागी मटी त्यागी पंथे जाय..
श्रमण बनी… नवकार मंत्रमां समाय…
सघळा संसारने भीतरथी विसरी..

चिठ्ठी खोलोने खोलोने (दीक्षा स्तवन हिंदी & गुजराती)

चिठ्ठी खोलोने खोलोने चिठ्ठी खोलोने
करजो मंगल काम, देजो पावन नाम 
सूरिजी ! मुखथी बोलोने… चिठ्ठी खोलोने…
चिठ्ठी मां शुभ नाम लख्युं छे,

एक कोर उभी माता (दीक्षा स्तवन हिंदी & गुजराती)

एक कोर उभी माता, पालव पसरावीने,
लोच करजो, गुरूराया, धीरे धीरे, संभाळीने
एक कोर…
मारो बाळ सुकोमळ छे, एना केश मनोहर छे,

मांगु प्रभु दीक्षा हवे (दीक्षा स्तवन हिंदी & गुजराती)

हुं जागतो ने मांगतो, दीक्षा प्रभु मने आपजो,
खोटा पथे दोड्यो घणो, संयम पंथे मने स्थापजो,
करुं प्रभु हुं विनंती, संसार बंधन कापजो,
मांगु प्रभु दीक्षा हवे, मने हाथ जाली चलावजो…