गाओ मिलकर सारे २
वीर प्रभु के चरण कमल में गुंजे गाण हमारे
जनम जनम का दास हूँ, प्रभू पार्श्व तुम्हारा
जीवन नैय्या डोल रही है २ दे दो हमे सहारा
नही सुमिरन करे, नही ध्यान लगायें
प्रभू कैसे पार लगाये
जब मन विर गाये मन का अंधेरा जाये
ज्ञान का प्रकाश पाये, जागो हे मेरे मन महावीर स्वामी