मंगलवार, 10 अक्तूबर 2023
जिनराया मेरे मन भाया
तर्ज- पर आया मेरा परदेशी
जिनराया मेरे मन भाया
तुझ दिन कोई न दिल आया हो
तू भव दुःख को हरता है
मोक्ष का मालिक कर्ता है
जग में प्रेम हैं बरसाया
तुझ बिन कोई न दिन आया
जिनराया...
त्रिशला के नंदन प्यारे
सिद्धारथ के मन हारे
शासन पे रखना साया
तुझ बिन कोई न दिल आया
जिनराया...
आनंद कंद को वंदन हैं
त्रैलीक्य पाप निकंदन है
तेरे आगे झुकती माया
तुझ दिन कोई न दिल आया
जिनराया…