दर पे कोई आके, पुकारे दादा नाम
उसके सारे बन जाते है बिगड़े काम
दर पे कोई आके, पुकारे दादा नाम
उसके सारे बन जाते है बिगड़े काम
तुम सदा नाभि नन्दन को भजते रहो
क्योंकि मुक्ति का मारग मिलेगा नही
मारा शामला छो नाथ प्यारा पार्श्वजी हो लाल
विनंती करूं कर जोड़ीने
जय पार्श्व हरे, जय पार्श्व हरे दुखियों दुख के दूर करे
जय जय जय पार्श्व हरे।
तुम्दर मंदिर पार्श्वन म्हाने व्हालो लागे रे,
व्हालो लागे,व्हालो लागे व्हालो लागेरे...
ऐ मानव उसी राह चल, जो कि जाती है मुक्ति महल
तूं दया- दान कर और प्रभु ध्यान धर,
आ....... आ लौट के आजा मेरे वीर, हमें उपदेश सुना दे रे
मेरी नैया पड़ी रे मझदार २, उसे भवपार लगा दे रे
वीर भगवान तुझे शरण लोग करते हैं नमन
बिन की कार में हम गा रहे भक्ति सुमन