आ....... आ लौट के आजा मेरे वीर, हमें उपदेश सुना दे रे
मेरी नैया पड़ी रे मझदार 2, उसे भवपार लगा दे रे
आ लौट के आजा मेरे वीर
बरसे गगन में बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आजा
आ....... आ लौट के आजा मेरे वीर, हमें उपदेश सुना दे रे
मेरी नैया पड़ी रे मझदार 2, उसे भवपार लगा दे रे
आ लौट के आजा मेरे वीर
बरसे गगन में बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आजा
वीर भगवान तुझे शरण लोग करते हैं नमन
बिन की कार में हम गा रहे भक्ति सुमन
वीर भगवान तुझे शरण लोग करते हैं नमन
साज की आवाज पर हम गारहे श्रद्धा सुमन
जिन पार्श्वनाथ के सुमिरन से मिटता भव भव फेरा
है वंदन उनको मेरा
जहां धर्म ध्यान और विश्व शांति का निश दिन रहता डेरा
है वंदन उनको मेरा
इतनी शक्ति हमें देना गुरुवर,
मन का विश्वास कमजोर हो ना,
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भुलकर भी कोई भूल हो ना।
है ये पावन भूमि, यहाँ बार-बार आना,
गुरुदेव के चरणों में, आकर के झुक जाना,
है ये पावन भूमि …
तेरे मस्तक मुकुट है, तेरी अंगिया सुहानी है
पाना नही जीवन को बदलना है साधना,
धुएं सा जीवन मौत है २ऽऽऽ, जलना है साधना,
पाना नही जीवन को…
मुंड मुंडाना बहुत सरल है, मन मुंडन आसान नहीं
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा।
कभी गिरते हुए को उठाया नहीं, बाद आंसु बहाने से क्या फायदा॥
मैं मंदिर गया, पूजा आरती की,
पूजा करते हुए, ये ख्याल आ गया
उड़जा, उड़जा, उड़जा रे हँसा,
खबर तो ला म्हारा महावीर की,
नील गगन का वासी रे हँसा
खबर तो ला म्हारा महावीर की
महावीर तेरा मुझको २ दीदार हो जाये,
उजड़ा चमन फिर से गुलजार हो जाये,
महावीर तेरा मुझको.....
कैसे चलेगी वीरा, तुफान में नैया
जय बोलो महावीर स्वामी की।
घट-घट के अंर्तयामी की।
जय बोलो महावीर स्वामी की ॥
इस जगत का उद्धार किया