है ये पावन भूमि, यहाँ बार-बार आना, 

गुरुदेव के चरणों में, आकर के झुक जाना,

है ये पावन भूमि …

 

तेरे मस्तक मुकुट है, तेरी अंगिया सुहानी है, २ 

तू तो करुणा सागर है, मुझ पर करुणा करना, २

है ये पावन भूमि… ॥१॥

 

तेरा तीरथ सुन्दर है, तू प्राणों से प्याराहै, २ 

मेरी विनती सुन लेना, बेड़ा पार लगा देना, २ 

है ये पावन भूमि … ॥२॥

 

तू जीवन गामी है, तू अर्न्तयामी है, २ 

मेरी नैय्या डू रही, नैय्या को तीरा देना २

है ये पावन भूमि..... ॥३॥ 

 

तेरी सूरत प्यारी है, मेरे मन को लुभाती है, 

दादा मेरी भक्ति को, स्वीकार तू कर लेना,

है ये पावन भूमि.... ॥४॥

- Stavan Manjari