मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ,

राजाओना राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ...
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.

 

कोई अलगारी योगी ए प्रभुजीने प्रगटाव्या, (2)
जिनमंदिर ने मनमंदिर मां ऋषभजी पधराव्या,
कंकुनां थापा लगावो महेंदी रंग्या हाथ (2)
राजाओना...राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ...
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.

 

नाना नमणां राजकुंवर छे आदिश्वर अलबेला,(2)
सालगीरीनी धजा चडावी हैया सौ हरखेला.
ढोल नगारा वगडाव्या ने घर घर गुंजे नाद...
राजाओना..राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ...
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.

 

आज वतननी धूळमंही देशावर थी सहु आव्या, (2)
रजतवर्ष नी सालगीरीमां उत्सवरंग मनाव्यो..
रत्नचन्द्रसूरी पधार्या सकळ संघनी साथ (2)
राजाओना..राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ....
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ.

 

घरे घरे दीक्षाना तोरण आ प्रभुए बंधाव्या. (2)
रत्नत्रयीनी उपासनाथी राग - द्वेष छोडाव्या..
'उदयरतन'ना मनगमता छे, जय जय आदिनाथ, 
जय जय आदिनाथ बोलो.. जय जय आदिनाथ,
'उदयरतन'ना मनगमता छे, जय जय आदिनाथ. 

 

राजाओना...राजाओना..राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ....
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ,
राजाओना...राजाओना..राजा शोभे ऋषभजीनो ठाठ....
मीठी पालडी गामनां मीठां आदिनाथ...

Source - Hriday Parivartan