बुधवार, 11 अक्तूबर 2023
मोरा पार्श्व प्रभु नल प्यार
तर्ज- सच्ची मुच्ची (पंजाबी)
मोरा पार्श्व प्रभु नल प्यार हो गया,
भइयों सच्ची मुच्ची, हो भइयों सच्ची मुच्ची
मोरा पार्श्व प्रभु
अहो वामा देवी का प्यारा हो प्यारा
अहो अश्वसन दुलारा-दुलारा
जपे नाम मेरा मेरा बेड़ा पार हो गया
भइयों सच्ची मुच्ची
इथे बैठे हैं तीन लोक ज्ञानी- - हो ज्ञानी
असी सेवक मूल अनजानी--अनजानी
पाके दर्श तेरा दिल मेरा बहार हो गया ॥२॥
भइयों सच्ची मुच्ची