जय जय जिनराया, स्वामी जय जय जिनराया ।
आरति करूं मन भाया, होय कंचन काया ॥ जय जय ॥
जय जगदीश्वर अति अलवेसर वीर प्रभु राया
पतित 'उद्धरण भव भय भंजण बोध बीज पाया