तर्ज- अखखंड सौभाग्यवती (गुजराती) 

 

भक्ती करता छुटे म्हारा प्राण प्रभुजी ऐऊ मांगू छू 

रहे जन्म जन्म थारो साथ प्रभुजी ऐऊ मांगू छू !! 

 

यारो मुखड़ो मनोहर ज्योया करू 

रात दिवस रटन बारो करीया करू 

रहे स्वासो स्वास थारो ध्यान प्रभुजी ऐऊ मांगु छू 

भक्ती  ||1|| 

 

म्हारी आशा नीराशा करशो नहीं 

म्हारा अवगुण हयम धरशो नही 

रहे अंत समय थारो ध्यान प्रभुजी ऐऊ मांगू छू 

भक्ती  ||2|| 

 

थारी भक्ती नो रंग मुझने लागी गयो 

भय जन्म जन्म नो भागी गयो 

दिजो दर्शन नो वरदान प्रभुजी ऐऊ मांगू छू 

भक्ती  ||३||

- Stavan Manjari