गुरुवार, 14 सितंबर 2023
वंदन हो, वंदन हो,
मंगलमय महावीर! वंदन हो…
त्रिशला नंदन, भवभय भंजन, पाप निकंदन हो। वंदन हो ।
वंदन हो जग बंधन तोड्यां, भवोभव केरा फंदन फोड्यां
मेरु सम मन धीर वंदन हो ||
विश्वमही संहारनी आजे, मृत्युनी रणभेरीओ गाजे
त्यारे हे महावीर, दर्शन दो। वंदन हो ॥
भडभडता आ दावानलपर, छांटो अमृत नीर वंदन हो ॥
है वीर अमने वीरता देजो, कुसंपने कायरता हरजो
संयम - शील - सुधीर। वंदन हो ॥
- Stavan Manjari