"आत्मप्रशंसा - आचार्य विजय श्री अभयशेखरसूरि" एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विचारशील पुस्तक है जो हमें आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के महत्व को समझाती है। इस पुस्तक के माध्यम से हमें अपने आप को स्वीकार करने, संवेदनशीलता बढ़ाने और अपनी स्थिति में संतुलन बनाए रखने के उपाय और सूत्रों का परिचय होता है। यह हमें आत्म-समर्थन की महत्वपूर्ण और व्यावहारिक शिक्षाएं देती है जो हमें समाज में सकारात्मक रूप से योगदान करने के लिए प्रेरित करती है।