तेरे दरबार वो ही फरियाद आती हैं,
जिसकी तु चाहे दादा, पुरी हो जाती है
तेरे दर पे सर झुकाएं मैं भी तो आया हूं,
जिसकी भी बिगड़ी हैं उसकी बन जाती हैं ॥
सुन लो अर्जी मेरी भैरू बाबा, तुझको फरियाद दिल की सुनाऊं,
छोड़ दे कष्ट तेरे हवाले, पर कर दे या मुझको डुबो दे,
दिल भी जिद पे अड़ा है ये बाबा, छोड़ कर तेरा दर मैं ना जाऊं,
सुनलो अर्जी बाबाजी, सुनलो अर्जी भैरूजी, सुनलो अर्जी हम सबकी,
सुन लो अर्जी मेरी भैरू बाबा, तुझको फरियाद दिल की सुनाऊं॥
एक तेरे भरोसे पे बाबा,
तोड़ रिश्ते तमाम आ गया हूं ।
ना ही तेरे सिवा दुजा कोई,
मैं शरण तेरी आज आ गया हूं ।
तु ही मेरा आसरा हैं, तु ही हैं दिलासा,
तु ही समझे हैं बाबा, दिल की ये भाषा ॥
तु तो हारे का, तु तो हारे का साथी हैं बाबा,
तेरे होते मैं कैसे हार जाऊं ॥
सुनलो अर्जी बाबाजी, सुनलो अर्जी भैरूजी, सुनलो अर्जी हम सबकी,
सुन लो अर्जी मेरी भैरू बाबा, तुझको फरियाद दिल की सुनाऊं॥
तुने लाखो की बिगड़ी सवारी,
काम क्यों फिर मेरा टल रहा हैं ।
तेरे भक्तों का परिवार बाबा,
तेरे ही रहमत पे पल रहा हैं ।
मेरी ये जिंदगी भी, तेरे हवाले,
तु ही रखवाले बाबा, तु ही संभाले ॥
तु अगर ना, तु अगर ना सुनेगा जो दिल की,
बात किसको मैं जाकर सुनाऊं ॥
सुनलो अर्जी बाबाजी, सुनलो अर्जी भैरूजी, सुनलो अर्जी हम सबकी,
सुन लो अर्जी मेरी भैरू बाबा, तुझको फरियाद दिल की सुनाऊं॥
मैंने सबसे सुना हैं ये बाबा मेरे,
तुम लगाते हो दुःखियों को अपने गले ।
ऐसा क्या हमने तुमसे हैं मांगा बाबा,
इतना देने में क्यों घबराते बाबा ।
तुम ना बनाओगे जो काम हमारा,
होगा बदनाम बाबा नाम तुम्हारा ।
बात भक्तों की, बात भक्तों की सुन लो ओ बाबा,
कब तलक तुमको बाबा रिझाऊं ॥
सुनलो अर्जी बाबाजी, सुनलो अर्जी भैरूजी, सुनलो अर्जी हम सबकी,
सुन लो अर्जी मेरी भैरू बाबा, तुझको फरियाद दिल की सु।नाऊं